आज 6 में 2025 को मातृभूमि सेवा संस्थान खंडेला ( सीकर) के बैनर तले समाजसेवी एड गोकुलचंद गोदारा के
आज 6 में 2025 को मातृभूमि सेवा संस्थान खंडेला ( सीकर) के बैनर तले समाजसेवी एड गोकुलचंद गोदारा के
दैनिक राष्ट्रीय जगत न्यूज़ की ताजा खबर
आज 6 में 2025 को मातृभूमि सेवा संस्थान खंडेला ( सीकर) के बैनर तले समाजसेवी एड गोकुलचंद गोदारा के नेतृत्व में ग्राम चारण का बास ,नीमकी के नरेगा मजदूर ने ग्राम पंचायत पिपलोदा का बास के कार्यालय पर नरेगा में कार्य करने हेतु काम की मांग को लेकर धरना दिया। एड गोकुलचंद गोदारा ने बताया कि ग्राम चारण का बास और ग्राम नीम की में पिछले करीब 3 साल से नरेगा कार्य बंद पड़ा है। आज इन गांवों के नरेगा मजदूर करीब 10:00 बजे ग्राम पंचायत पीपलोदों का बास के कार्यालय पर पहुंचे। लेकिन ग्राम पंचायत कार्यालय पर ताला लगा हुआ मिला । डेढ़ घंटा इंतजार करने के बाद 11:30 बजे ताला खोला गया और ग्राम विकास अधिकारी पहुंची। मजदूरों ने काम की मांग की और 6 नंबर फॉर्म भरकर ग्राम विकास अधिकारी देकर रसीद की मांग की। लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने रसीद देने से साफ इनकार कर दिया। उसके बाद विकास अधिकारी पंचायत समिति खंडेला को टेलीफोन पर जानकारी दी गई । उच्च अधिकारियों ने ग्राम विकास अधिकारी को साफ निर्देश दिया कि 6 नंबर फॉर्म भरने के तुरंत रसीद मजदूरो को दी जाए। लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने अपने मनमर्जी और हटधर्मिता के कारण उच्च अधिकारियों के आदेश की पालना करने से भी इंकार कर दिया। तब नरेगा मजदूर विकास अधिकारी पंचायत समिति खंडेला के कार्यालय पर पहुंचे और विकास अधिकारी खंडेला को यथास्थिति से अवगत करवाया। विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी पिपलोदा का बास को अपने पंचायत समिति कार्यालय में बुलाकर फटकार लगाई ।तब जाकर गरीब नरेगा मजदूरों को रसीद प्राप्त हुई। दिनांक 1 में 2025 को इन्हीं मजदूरों ने काम की मांग को लेकर पंचायत समिति कार्यालय खंडेला पर धरना दिया था। तब विकास अधिकारी खंडेला ने ग्रामपंचायत कार्यालय पर जाकर ग्राम विकास अधिकारी से काम की मांग करने की बात कही थी और काम नहीं मिलने पर छल6 नंबर फॉर्म भरकर ग्राम विकास अधिकारी के पास जमा करवा कर रसीद लेने की बात कही थी। आज दो गांव के नरेगा मजदूर ग्राम पंचायत पीपलोदों का बास के ग्राम विकास अधिकारी के पास आए थे ।लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने नरेगा एक्ट के तहत जो प्रावधान किए गए हैं उन प्रावधानों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमर्जी और हटधर्मिता दिखाते हुए 6 नंबर फॉर्म भरकर रसीद देने से साफ इनकार कर दिया । गरीब नरेगा मजदूरों को रसीद दिलवाले के लिए भी उच्च अधिकारियों को निर्देश देने पड़े। विधानसभा खंडेला के ग्राम पंचायतो में जहां गरीब अनपढ़ नरेगा मजदूरों को कानून की जानकारी नहीं होने के कारण उनका शोषण किया जाता है ।उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। उन्हें धमकाया जाता है।ग्राम विकास अधिकारी मनमर्जी करते हैं कानून की पालना नहीं होती है ।ग्राम विकास अधिकारी स्वयं को कानून से ऊपर मानते हैं ।आज हालात इतने खराब हो गए हैं कि कई ग्राम पंचायत में 2 से 3 साल से नरेगा कार्य बंद पड़े हैं ।गरीब मजदूर काम के लिए भटक रहे हैं। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है ।खंडेला औद्योगिक क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है । खंडेला में कोई उद्योग धंधे नहीं है। नरेगा के अलावा गरीब मजदूर के पास अन्य कोई मजदूरी का विकल्प नहीं है। मजबूरी में नरेगा में ही काम करना पड़ता है अधिकतर गांवों में नरेगा कार्य बंद पड़े है। जहां काम चल रहे हैं वहां ग्राम विकास अधिकारी और प्रशासक मजदूरों का हक मार रहे हैं। नरेगा में भ्रष्टाचार हो रहा है ।सरकार और जनप्रतिनिधि कोई ध्यान नहीं दे रहा है ।गरीब मजदूरों की कोई सुनवाई हो रही है। इस अवसर महिपाल, धरमवीर, देशराज ,मुकेश वर्मा, अंकित वर्मा, संतोषी देवी, कंचन देवी, मंजू देवी, सुशीला देवी, प्रेम देवी, सरोज देवी, सजना देवी, मैना देवी, शांति देवी ,सुमन देवी, पूजा देवी, आदि सैकड़ो नरेगा मजदूर उपस्थित रहे।
दैनिक राष्ट्रीय जगत न्यूज़ के राष्ट्रीय संपादक ईश्वर चंद मण्डुसिया